इन्सुलिन
इन्सुलिन वह कुंजी है जो शरीर को ऊर्जा के रूप में शुगर (कार्बोहायड्रेट) इस्तेमाल करने देती है. इन्सुलिन ब्लड शुगर को सामान्य रेंज में रखती है.
इन्सुलिन लगाने के प्रकार:
सुईं और सिरिंज
इन्सुलिन पेन:
आटोमेटिक इंजेक्टर:
इंडवेल्लिंग कैथिटर (जैसे आई-पोर्ट)
इन्सुलिन पंप
इन्सुलिन को कैसे रखें?
- गर्मी व् सीधी धूप से दूर
- कभी जमने ना दें
- बिना इस्तेमाल किए हुए पेन व् कार्टरेज को फ्रिज के दरवाज़े में रखें
- अभी इस्तेमाल में होने वाले पेन व् काटरेज को कमरे के तापमान में रखें
- अगर फ्रिज नहीं हो या बार बार बिजली जाती हो तो इन्सुलिन को एक गीली मिटटी के गमले या मटके में रख सकते हैंI एक बाहरी मिटटी का बर्तन लें, उसमें गीली रेत लें, और उसके अन्दर उससे छोटे मिटटी के बर्तन में इन्सुलिन को रखेंI
सफ़र के दौरान इन चीज़ों का ध्यान रखें
ख़राब नियंत्रित डायबिटीज़ की मुमकिन जटिलताएं
इसीलिए अपने शरीर पर ध्यान देना आवश्यक है टाइप 1 डाइबिटीज तथा टाइप 2 डाइबिटीज के लक्षण आप नीचे लिखे हुए देख सकते है
- बार बार पेशाब जाना
- शरीर का वजन धीरे धीरे कम होना
- घाव का धीरे धीरे भरना
- ज्यादा प्यास लगना
- मुँह का सुखना
- त्वचा में खुजली होना